कर्म – भोग

*✍🏾दान करने से रुपया जाता है!*
*”लक्ष्मी” नहीं!…*
*घड़ी बंद करने से घड़ी बंद होती है!*
*”समय” नहीं!…*
*झूठ छुपाने से झूठ छुपता है!*
*”सच” नहीं !…*

*माना दुनियाँ बुरी है ,सब जगह धोखा है,*
*लेकिन हम तो अच्छे बने ,हमें किसने रोका है !*

*ना हथियार से मिलती है ,*
*ना अधिकार से मिलती है ,*
*दिलो में जगह अपने व्यवहार*
*से मिलती है!*

*रिश्तों” की कदर भी पैसों*
*की तरह ही करनी चाहिए*
*क्यों कि*
*दोनों को कमाना*
*मुश्किल है*
*पर गँवाना आसान*

*फूलों की सुगंध केवल वायु की दिशा में फैलती है. लेकिन एक व्यक्ति की अच्छाई हर दिशा में फैलती है*

🕊🕊

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *