_👉 *दूध को दुखी करो तो दही बनता है|*_
_👉 *दही को सताने से मक्खन बनता है|*_
_👉 *मक्खन को सताने से घी बनता है|*_
_👉 *दूध से महंगा दही है,दही से महंगा मक्खन है,और मक्खन से महंगा घी है|*_
_👉 *किन्तु इन चारों का रंग एक ही है सफेद|*_
_👉 *इसका अर्थ है बाऱ- बार दुख और संकट आने पर भी जो इंसान अपना रंग नहीं बदलता,समाज में उसका ही मूल्य बढ़ता है|*_
_👉 *दूध* उपयोगी है किंतु एक ही दिन के लिए, फिर वो *खराब* हो जाता है….!!_
_👉 *दूध* में एक बूंद *छाछ* डालने से वह *दही* बन जाता है जो केवल दो और दिन *टिकता* है….!!_
_👉 *दही* का मंथन करने पर *मक्खन* बन जाती है, यह और तीन दिन टिकता है….!!_
_👉 *मक्खन* को उबालकर *घी* बनता है, *घी* कभी खराब नहीं होता….!!_
_👉एक ही दिन में बिगड़ने वाले *दूध* में कभी नहीं बिगड़ने वाला *घी* छिपा है….!!_
_👉इसी तरह आपका *मन* भी अथाह_ _*शक्तियों* से भरा है, उसमें कुछ_ _*सकारात्मक विचार* डालो अपने आपको *मथो* अर्थात *चिंतन* करो….अपने *जीवन* को और *तपाओ* और तब देखना_
👉 *_आप कभी हार नहीं मानने वाले सदाबहार व्यक्ति बन जाओगे….!!_*