ज्योतिष शब्द का निर्माण ज्योति और ईष इन दो शब्दोंसे हुआ है।
ज्योति का मतलब प्रकाश और ईष का मतलब ईश्वरी संकेत।
ज्योतिष का मतलब है-
किसी परेशानी तथा कठनाईयोंका स्पष्टीकरण करनेवाली पध्दति।
जैसे सोनोग्राफी, एक्स-रे,सिटी स्कॅन हमारे शरीर में रहनेवाली कठिनाईंया दिखाती है।
उसी प्रकार ज्योतिष जातक के जीवन में हो रही कठिनाईंयोंका निदान करता है।
१) जैसे बीमार होने पर डाक्टर उपाय बताते है उसी प्रकार ज्योतिषी भी उपाय सुझाते है।
ज्योतिष शास्त्र में तीन
प्रकार से उपचार किये जाते है –
- दैवी आराधना वा उपासना, धार्मिक विधी से
2.जप व तप से - रत्न-पत्थर और मंत्र ।
आजकल हर व्यक्ति उपाय करते ही परिणाम चाहता है । एक बालक का जन्म होने में 9 माह का समय लगता है,बीज बोने के बाद फसल तैयार होने में भी समय लगता है और डाक्टर कि दी हुई दवा भी एक निश्चित समय के बाद असर करती है , इसी प्रकार ज्योतिष के उपाय भी एक समय अवधि के बाद परिणाम देते है ।
So be Patient and do remedies with Faith and Be Positive🙏 Stay blessed always