एक बार राधा जी ने कृष्णा से पूछा :
गुस्सा क्या है..?
✍🏼 बहुत खुबसूरत जवाब मिला :
किसी की गलती की सजा
खुद को देना..!
✍🏼 एक बार राधा ने कृष्णा से पूछा :
दोस्त और प्यार में क्या
फर्क होता है..?
✍🏼 कृष्णा हंस कर बोले :
प्यार सोना है..
और दोस्त हीरा..
सोना टूट कर दुबारा बन सकता है..
मगर हीरा नहीं..!
✍🏼 एक बार राधा जी ने कृष्णा से पूछा :
मैं कहाँ कहाँ हूँ..?
✍🏼 कृष्णा ने कहा :
तुम मेरे दिल में..
साँस में..
जिगर में..
धड़कन में..
तन में..
मन में..
हर जगह हो..!
✍🏼 फिर राधा जी ने पूछा :
मैं कहाँ नहीं हूँ..?
✍🏼 तो कृष्णा ने कहा :
मेरी किस्मत में..!
✍🏼 राधा ने श्री कृष्णा से पूछा :
प्यार का असली मतलब क्या
होता है..?
✍🏼 श्री कृष्णा ने हंस कर कहा :
जहाँ मतलब होता है..
वहां प्यार ही कहाँ होता है..!
✍🏼 एक बार राधा ने कृष्णा से पूछा :
आपने मुझे प्रेम किया..
लेकिन शादी रुकमणी से की..
ऐसा क्यों..?
✍🏼 कृष्णा ने हँसते हुए कहा : राधे !
शादी में दो लोग चाहिए….
और हम तो एक हैं….।